Shobha Karwa

स्कूल व कॉलेज की पढ़ाईं मैंने नासिक से की है पुणे विश्वविध्यालय के वाणिज्य संकाय से स्नातक शिक्षण।देश की बढ़ती जनसंख्या की समस्या से चिंतित होने के बजाय समाज के कमज़ोर वर्ग के बच्चों को शिक्षित व संस्कारीत करने के उद्देश्य ने मुझे इन कार्यों के लिए प्रेरित किया।

पिछले कुछ सालोंसे समान विचार धारा वाले लोगोंके साथ मैं विभिन्न ट्रस्ट द्वारा अनाथ व साधन विहीन बच्चों व छात्रों के सर्वांगींन विकास द्वारा उन्हें स्वावलंबि बनाने के उद्देश्य से प्रयासरत हुँ।

द चिल्डरेंस ट्रस्ट के माध्यम से महाराणा भूपाल चिकित्सालय के बाल चिकित्सालय व निराश्रित बालगृह में हररोज़ पोषाहार के पैकेट बाँटे जाते है। केले भी देते है, कूपोषित बच्चों के लिए घर पर बनवा कर सत्तू, मदर्स मिल्क बैंक में रोज़ाना पानी वाले नारियल।

संवेदना चेरिटबल ट्रस्ट के अंतर्गत सूखेर स्थित जीवन ज्योति निराश्रित बालगृह जो की समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित है, उन बच्चों के लिये जो मूलभूत सुविधाए जिनकी पूर्ति सरकारी अनुदान से नहीं हो पाती उन्हें पूरा करना। बच्चों को पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करना, को गृहकार्य व पढ़ने में सहायता के लिए अध्यापिका की नियुक्ति की है, उनके स्कूल में जाकर अध्यापकों व प्रधानाध्यापक से मिलकर बच्चों के शिक्षा व व्यवहार के बारे में जानकारी लेना।

स्वामी विवेकानन्द सोसायटी के माध्यम से अंबामाता स्थित प्रज्ञा चक्षु अंधविद्यालय के छात्रों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण, हॉस्टल की साफ़ सफ़ाई, १५ दिन के अंतराल से उनकी चादरें, तकिया खोली इकट्ठी करके धोबी को देना व धुली हुई चादरें व खोलिया देना, किसी विषय में टूइशन की ज़रूरत हो तो अध्यापक नियुक्त करना, इत्यादि।

सोसायटी के माध्यम से गत २ वर्षोंसे ११ लड़कियों की कॉलेज की फ़ीस दी जा रही है। उन्हें हर रविवार अंग्रेज़ी पढ़ाने की व्यवस्था की गई है। सभी लड़कियों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण दिया गया। इन लड़कियों के सर्वांगींन विकास के लिए सोसायटी के सदस्य तन मन से लगे हुए है।

आनन्द कर्वा चेरिटबल ट्रस्ट के माध्यम से हमारे संस्थानों में कार्यरत सभी कर्मचारियों के बच्चों के पढ़ाई के लिए आर्थिक सहयोग किया जाता है।