Kiran Bala Jingar

आदरणीय श्रीमती किरण बाला जीन्गर आपको सखी सहित्य परिवार और महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय “एक सम्मान नारी के नाम” के “सहित्य क्षेत्र” में आप द्वारा किये गये कार्यो के लिये अपनी प्रसन्नता व्यक्त करता है ।

आपका 10वी कक्षा में विवाह हो जाने एवं कुछ समय बाद ही पुत्र हो जाने के बाद आप पढ़ाई से दूर रही,लेकिन आपने होसला नही छोडा, शायद इसी बात ने आपको एक साहित्यकार बना दिया। आपका लेखन हिन्दी और राजस्थानी भाषा में ज्यादा रह्ता है । साहित्य सम्मेंलनो में सम्पुर्ण भागीदारी आपका सदेव उद्देश्य रहा है । साथ ही हमारे लिये भी गौरव का विषय हे कि वर्ष 2018 में आयोजित 15वे अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन मॉस्को,सेन्ट पिटरवर्ग में आपकी सहभागिता रही ।

आपकी साहित्य प्रकाशित कोई तो बात ही, समिधा संवेदनाओ की, राधा कृष्णा के जिवन चरित्र का खण्ड काव्य आनंद प्रदान करने वाली है ।

साथ ही ईश्वर से मंगलकामना करते हैं कि वो आपको सदेव साहित्य प्रेमी बनाये रखे।